स्वास्थ्य: यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है। राशि स्वामी शनि महाराज वक्री अवस्था में दूसरे भाव में विराजमान रहेंगे और महीने की शुरुआत में सूर्य महाराज अष्टम भाव में बैठकर उन पर दृष्टि डालेंगे जिससे स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव रहेंगे। मंगल महाराज छठे भाव में बैठकर आपका प्रथम भाव को देखेंगे यह भी स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। हालांकि देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि भी प्रथम भाव पर होने से कुछ हद तक स्वास्थ्य समस्याएं नियंत्रण में रह सकती हैं। फिर भी आपको थोड़ी सावधानी रखनी चाहिए। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ सकती है इसलिए ऐसे पदार्थ का सेवन करें जिससे आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि हो सके और आप बीमारियों की चपेट में आने से बच सकें। महीने का उत्तरार्ध अपेक्षाकृत अनुकूल रहेगा और स्वास्थ्य में सुधार होगा।
कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से यह महीना मध्य रूप से फलदायक रहने की संभावना है। दशम भाव के स्वामी शुक्र महाराज महीने की शुरुआत में नवम भाव में केतु महाराज के साथ विराजमान होंगे और उनके ऊपर मंगल और बृहस्पति की पूर्ण दृष्टि होगी। इस कारण से नौकरी में उतार-चढ़ाव की स्थिति रह सकती है। आपको किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरण का आदेश दिया जा सकता है। हो सकता है कि यह आदेश आपकी इच्छा के अनुकूल न हो। इसके अतिरिक्त आप नौकरी में बदलाव करने का प्रयास भी करेंगे जो कुछ हद तक सफल भी हो सकता है लेकिन हमारी सलाह है कि अभी जिस नौकरी में है वहीं पर बने रहना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा। 18 सितंबर से शुक्र तुला राशि में आपके दशम भाव में प्रवेश करेंगे तब से आपको नौकरी में और बेहतरी देखने को मिलेगी लेकिन आपको गॉसिप करने से बचना चाहिए और अपने कार्यक्षेत्र में काम से काम रखना चाहिए। इसी से आप अपने काम में उम्मीद के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन कर पाने में कामयाब रहेंगे। छठे भाव में पूरे महीने मंगल महाराज उपस्थित रहेंगे और छठे भाव के स्वामी बुध महाराज महीने की शुरुआत में सप्तम भाव में उसके बाद 4 तारीख को अष्टम भाव में और 23 तारीख से नवम भाव में विराजमान रहेंगे जिससे नौकरी में उतार चढ़ाव की स्थितियां बनती रहेगी लेकिन इसी महीने आपको नौकरी में एक ऐसा पल भी आएगा जब आपको उल्लेखनीय प्रगति मिलेगी। व्यापार करने वाले जातकों के लिए यह महीना किसी वरदान से कम नहीं है। यह पूरा महीना आपके व्यापार में व्यस्त रखेगा। सप्तम भाव में महीने की शुरुआत में बुध महाराज की उपस्थिति आपके व्यापार में वृद्धि का स्पष्ट संकेत देती है। तीसरे भाव में राहु का उपस्थित होना यह बताता है कि आप अपने व्यापार को लेकर कुछ नए जोखिम भी उठा सकते हैं। यह जोखिम व्यापार में अच्छी प्रगति के गवाह बनेंगे लेकिन सावधानी आवश्यक रखें। यह पूरा महीना व्यापारिक मामलों में आपकी सफलता का कारण बनेगा और आपको अनेक स्रोतों से व्यापार में अच्छे सौदे प्राप्त होने के योग बनेंगे जिससे आपके व्यापार की उन्नति होगी और आप भी प्रसन्नचित्त अनुभव करेंगे।
प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो आपके लिए यह महीना अनुकूल रहने की संभावना है। पंचम भाव के स्वामी शुक्र महाराज का नवम भाव में होना, पंचम भाव में पूरे महीने देवगुरु बृहस्पति का होना और उनकी दृष्टि शुक्र महाराज पर होने के कारण प्रेम संबंधों में सफलता रहेगी। आप अपने प्रियतम के दिल से निकट रहेंगे। एक दूसरे की भावनाओं को महसूस कर पाएंगे। एक दूसरे के प्रति अपनी प्रेम भरी भावनाओं को भी समझ पाएंगे। आपके अंतरंग संबंधों में भी बढ़ोतरी होगी और आपके प्रेम विवाह के योग भी बन सकते हैं। इस महीने आप अपने प्यार को परवान चढ़ता हुआ देखेंगे। आपकी प्रियतम आपके साथ लंबी यात्राओं पर जाएंगे और एक दूसरे के साथ पर्याप्त समय बिताएंगे जो आपके रिश्ते को और बेहतर बनाने में मदद करेगा। विवाहित जातकों की बात करें तो आपके लिए भी यह महीना अनुकूल रहने वाला है लेकिन आपके ससुराल पक्ष और आपके परिवार के बीच कुछ कहा सुनी होने की संभावना है जिससे आपके रिश्ते पर भी असर आ सकता है इसलिए आपको बुद्धिमानी का परिचय देते हुए इन सब वाद विवाद से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए और घर के माहौल को आनंदित बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए। जीवनसाथी का व्यवसायिक रुझान देखकर आप उनके लिए कोई नया काम शुरू करने की बात कर सकते हैं। यदि वह पहले से ही किसी व्यापार को कर रहे हैं या नौकरी कर रहे हैं तो उन्हें इस दौरान अच्छी सफलता मिल सकती है। यह महीना आपके निजी संबंधों में प्रगाढ़ता लेकर आने वाला है।
सलाह: आपको शनिवार के दिन महाराज श्री दशरथ कृत नील शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
आपके लिए श्री शनि देव जी महाराज के किसी भी मंत्र का जाप करना परम लाभदायक रहेगा।
शुक्रवार के दिन छोटी कन्याओं के चरण छूकर उनका आशीर्वाद लें।
दशमी तिथि को शमी का वृक्ष लगाएं और उसको जल से सिंचित करें।
सामान्य: यह महीना मकर राशि में जन्म लेने वाले जातकों के लिए कुछ उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। विशेष रूप से स्वास्थ्य को लेकर आपको समझदारी और सावधानी दोनों रखनी होगी। इस महीने सेहत से जुड़ी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। जहां तक आपके करियर का प्रश्न है तो करियर में महीने की शुरुआत में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। नौकरी में स्थानांतरण और बदलाव की स्थिति भी बन सकती है लेकिन महीने का उत्तरार्ध अपेक्षाकृत अनुकूल रहेगा और आपको नौकरी में अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। आपको अपने कार्यक्षेत्र में व्यर्थ के वार्तालाप से बचना चाहिए क्योंकि यही एक समस्या है जो आपको कार्यक्षेत्र में परेशानी सकती है। अन्यथा आपका करियर बढ़िया चलेगा। व्यापार करने वाले जातकों को महीने की शुरुआत से ही व्यापार में नए सौदे प्राप्त होंगे और आपको अपने काम में इतनी व्यस्तता मिलेगी कि आप खुद हैरान रह जाएंगे। यह महीना आपके व्यापार में बांधे रखेगी और यह आपकी उन्नति के लिए अच्छा रहेगा। आर्थिक मोचन पर उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। खर्च बराबर बने रहेंगे। आमदनी में भी उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी इसलिए अपने धन का सदुपयोग आपको ठीक से करना ही होगा। प्रेम संबंधों के लिए महीना अनुकूल है। आपका प्रेम संबंध अनुकूल चलेगा और आपके प्रियतम से आप और अधिक निकटता महसूस करेंगे। वैवाहिक संबंधों में भी प्रेम बढ़ेगा। महीने की शुरुआत में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। ससुराल पक्ष से कहा सुनी हो सकती है लेकिन महीने के उत्तरार्ध में स्थितियां और बेहतर हो जाएगी। विद्यार्थी वर्ग के लिए महीना अनुकूल है। आप अपनी शिक्षा में उल्लेखनीय प्रगति महसूस करेंगे। पारिवारिक जीवन मध्यम रहने की संभावना है। शिक्षा अथवा काम के संदर्भ में विदेश यात्रा हो सकती है।
वित्त: यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो यह महीना आपके लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। आपके खर्च भी लगातार बने रहेंगे और आमदनी भी आती जाती रहेगी। आमदनी में भी उतार-चढ़ाव की स्थिति में बनेगी इसलिए आपको बहुत ही सावधानी से अपने धन का प्रबंधन और धन का सदुपयोग करने पर ध्यान देना चाहिए। वक्री शनि महाराज दूसरे भाव में अपनी ही राशि में पूरे महीने विराजमान रहेंगे जो आर्थिक स्थिति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे और आपको धन संचय करने के लिए प्रेरित करेंगे। लेकिन अन्य ग्रहों का प्रभाव आपके खर्च बढ़ाता रहेगा। छठे भाव में मंगल की उपस्थिति और शनि पर सूर्य का प्रभाव आपके खर्चों में वृद्धि का कारण बन सकते हैं। इसके विपरीत बृहस्पति महाराज पूरे महीने पंचम भाव में बैठकर आपके एकादश भाव को देखेंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में इजाफा होगा और आपको धन लाभ होगा। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य भी नवम भाव में आ जाएंगे और शुक्र दशम भाव में अपनी राशि के होंगे तथा राहु तीसरे भाव में होंगे। यह स्थितियां भी आर्थिक लाभ करने में आपकी सहायता कर सकती हैं। इस दौरान शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले जातकों को और ऐसे सभी व्यक्ति जो किसी तरह के इवेंट मैनेजमेंट से संबंधित काम करते हैं उन्हें उत्तम लाभ प्राप्त हो सकता है।
पारिवारिक: यह महीना पारिवारिक तौर पर मध्य रहने की संभावना है। दूसरे भाव के स्वामी शनि महाराज दूसरे भाव में ही वक्री अवस्था में पूरे महीने विराजमान रहेंगे और उनके ऊपर अष्टम भाव में बैठे सूर्य महाराज की पूर्ण दृष्टि महीने की शुरुआत में पड़ने वाली है जिससे पारिवारिक जीवन में कुछ उथल-पुथल मचेगी और आपके परिवार और आपके जीवन साथी के परिवार यानी कि आपके ससुराल पक्ष के बीच कुछ कहा सुनी हो सकती हैं। हालांकि 16 सितंबर से जब सूर्य नवम भाव में चले जाएंगे तब इन परिस्थितियों में सुधार होगा वक्री शनि की दृष्टि आपके चतुर्थ भाव पर भी होगी और चतुर्थ भाव के स्वामी मंगल महाराज पूरे महीने छठे भाव में विराजमान रहने वाले हैं। इससे पारिवारिक जीवन में तनाव बढ़ सकता है। आर्थिक और संपत्ति संबंधित विवाद बड़ा मुद्दा बन सकते हैं और इनको लेकर परिवार में कुछ अशांति हो सकती है। आपके ऊपर देवगुरु बृहस्पति की कृपा बनी रहेगी जिससे आप ठंडे दिमाग से सही निर्णय लेने में कामयाब रहेंगे और इसी से घर की सुख शांति को बनाए रखने में आपका प्रयास सफल हो सकता है। पिताजी का स्वास्थ्य भी पीड़ित रहने की संभावना है इसलिए उनकी सेहत का बराबर ध्यान रखें और आवश्यक होने पर चिकित्सक से मिलें। भाई बहनों से आपके संबंध अच्छे रहेंगे उनसे प्रेम बढ़ेगा वे कुछ मूडी स्वभाव के होंगे लेकिन आपसे उनकी बॉन्डिंग अच्छी होगी।