स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से मार्च का महीना आपको थोड़े से कमजोर परिणाम दे सकता है। आपके लग्न या राशि के स्वामी ग्रह मंगल इस महीने आठवें भाव में गोचर करेंगे। आठवें भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता। विशेषकर ऐसा मंगल चोट खरोच देने वाला ग्रह कहा गया है अथवा गुदा से संबंधित कुछ रोग दे सकता है। ऐसी स्थिति में इस महीने बहुत ज्यादा तला भुना और मिर्च मसाले इत्यादि का सेवन करने से बचें। साथ-साथ यदि वाहन स्वयं चलाते हैं तो इस महीने वाहन की गति काफी धीमी रखें।
संभव हो तो कम से कम यात्राएं करें अथवा किसी अनुकूल कुंडली वाले ड्राइवर के साथ यात्रा करें, तो परिणाम तुलनात्मक रूप से बेहतर रह सकते हैं। शनि की दशम दृष्टि लगातार आपके पहले भाव में बनी हुई है। यहां से भी ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं कि धैर्य के साथ वाहन चलाना ही समझदारी का काम होगा। आरोग्यता का कारक सूर्य इस महीने बहुत अनुकूल स्थिति में नहीं है। विशेषकर महीने के पहले हिस्से में सूर्य की स्थिति कमजोर रहने वाली है। ऐसे में इस महीने सामान्य तौर पर आपका स्वास्थ्य थोड़ा सा कमजोर रह सकता है। हालांकि बृहस्पति की अनुकूल दृष्टि आपकी रक्षा सुरक्षा के लिए तत्पर नजर आ रही है लेकिन इसके बावजूद भी सावधानियों को अपनाना तथा उचित आहार विहार अपनाना समझदारी का काम होगा।
कैरियर: आपके करियर स्थान का स्वामी इस महीने क्रमशः चौथे और पांचवें भाव में रहेगा। सूर्य ग्रह के लिए ये दोनों ही स्थितियां अनुकूल नहीं कही जाएंगी। हालांकि चौथे भाव में रहकर सूर्य दशम भाव को देखेगा जो बीच-बीच में कार्यक्षेत्र से संबंधित मामलों में थोड़ी बहुत मदद कर सकता है। हालांकि इस छोटी सी मदद को लेकर बहुत ज्यादा बेफिक्र होने की आवश्यकता नहीं है बल्कि इस पूरे महीने कार्यक्षेत्र के मामले में पूरी जागरूकता के साथ काम करने की आवश्यकता रहेगी। महीने के दूसरे भाग में सूर्य पंचम भाव में रहेगा।
हालांकि सूर्य के गोचर को पंचम भाव में भी अच्छा नहीं माना गया है लेकिन काल पुरुष की कुंडली में पंचम भाव सूर्य का अपना भाव होता है। ऐसी स्थिति में हम तुलना करें तो महीने के दूसरे हिस्से में सूर्य बेहतर मजबूत कहा जाएगा अर्थात बेहतर परिणाम दे सकता है। व्यापार व्यवसाय का कारक बुध इस महीने अच्छी स्थिति में नहीं है। न तो स्थिति के हिसाब से अच्छा है और न ही राशि के हिसाब से अच्छा। अतः इस महीने व्यापार व्यवसाय में किसी भी तरीके का बड़ा निवेश करना उचित नहीं रहेगा। खासकर किसी मित्र या करीबी व्यक्ति के कहने मात्र से किसी नए व्यापार से जुड़ना उचित नहीं रहेगा। नौकरी पेशा लोगों को भी इस महीने अपेक्षाकृत अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। हालांकि मेहनत के परिणाम देर सवेर मिल जाते हैं लेकिन इस महीने शायद आपकी मेहनत के परिणाम तुरंत न मिलें।
फलस्वरूप आप थोड़े से हताश या निराश भी हो सकते हैं। कहने का तात्पर्य यह कि मार्च का महीना आपके कार्यक्षेत्र के लिए थोड़ा सा कमजोर प्रतीत हो रहा है। व्यापार व्यवसाय का मामला हो या फिर नौकरीपेशा लोगों का मामला; दोनों ही तरह के लोग इस महीने कार्य क्षेत्र से संबंधित उपलब्धियों को लेकर कुछ असंतुष्ट रह सकते हैं।
प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: मार्च के महीने के लिए यदि आपके प्रेम संबंध की बात की जाए तो इस महीने आपके पंचम भाव के स्वामी बृहस्पति की स्थिति काफी अनुकूल नजर आ रही है। बृहस्पति पंचम भाव का स्वामी होकर सप्तम भाव में रहेगा और सप्तम भाव का स्वामी होकर शुक्र उच्च अवस्था में पंचम भाव में रहेगा। ये दोनों ही स्थितियां प्रेम संबंध के लिए काफी अनुकूल कही जाएंगी। ऊपर से बृहस्पति भावना के कारक ग्रह चंद्रमा के नक्षत्र में रहेंगे जो भावनात्मक संबंधों को और मजबूती देने का काम करेंगे।
आप अपने संबंधों के लिए समय निकालेंगे, एक दूसरे की कद्र करने की कोशिश करेंगे। यानी लव लाइफ़ में सामान्य तौर प्रेम संबंधों में अनुकूलता नजर आ रही है। बस नीच के बुध की पंचम भाव में उपस्थित और राहु के साथ युति; इस बात का संकेत कर रही है कि बीच-बीच में किसी बात को लेकर संदेह या गलतफहमियां भी देखने को मिल सकती हैं। तो ऐसी स्थिति में आप अशब्दों के प्रयोग से बचें। बड़े प्यार से अपने उस संदेह को जानने की कोशिश करें। स्वाभाविक है कि जल्द ही गलतफहमी दूर होगी और आप अपनी लव लाइफ को बेहतर ढंग से एंजॉय कर सकेंगे। प्रेम का कारक शुक्र भी इस महीने आपके लिए पूरी तरह से सकारात्मक परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है।
अतः कुल मिलाकर आप अपनी लव लाइफ को एंजॉय करते हुए देखे जा सकेंगे। वहीं वैवाहिक जीवन यानी कि दाम्पत्य सुख की बात करें तो इस मामले में इस महीने शुक्र की अनुकूल स्थिति दांपत्य सुख के ग्राफ को और अधिक बढ़ने का काम कर सकती है। बृहस्पति की सकारात्मक स्थिति भी दाम्पत्य सुख में बढ़ोत्तरी करने का काम कर सकती है। यद्यपि मंगल, सूर्य और शनि जैसे ग्रहों का सपोर्ट नहीं रहेगा लेकिन फिर भी प्रत्यक्ष रूप से दांपत्य भाव से संबंध रखने वाले ग्रहों की अनुकूल स्थिति इस महीने दांपत्य सुख में अनुकूलता बनाए रखने का संकेत कर रही है।
सलाह: मंदिर में गुड़ और चने की दाल का दान करें।
संभव हो तो प्रतिदिन नहीं तो कम से कम बुधवार के दिन गाय को हरा चारा अवश्य खिलाएं।
शनिवार के दिन भूखे लोगों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार भोजन करवाएं।
सामान्य: मार्च मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना सामान्य तौर पर आपके लिए कुछ एक्स्ट्रा मेहनत लेने वाला और मिले-जुले परिणाम देने वाला रह सकता है। हालांकि ये परिणाम औसत से थोड़े से बेहतर भी हो सकते हैं। आपके लग्न या राशि के स्वामी ग्रह मंगल इस पूरे महीने आठवें भाव में रहेंगे, जो मंगल के लिए अच्छी स्थिति नहीं है। अर्थात मंगल से हमें किसी विशेष सपोर्ट की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। सूर्य ग्रह का गोचर इस महीने क्रमशः चौथे और पांचवें भाव में रहेगा। अतः सूर्य से भी अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
बुध ग्रह नीच अवस्था में पंचम भाव में रहेंगे। अर्थात बुध भी आपको अनुकूल परिणाम देने में असमर्थ रहेंगे। बृहस्पति इस महीने आपके सप्तम भाव में चंद्रमा के नक्षत्र में रहेंगे। ऐसी में बृहस्पति आपको पूरी तरह से अनुकूलता देने का प्रयास करेंगे। शुक्र इस महीने उच्च अवस्था में पंचम भाव में रहने वाले हैं। ऐसे में शुक्र से भी अच्छी अनुकूलता मिलती हुई प्रतीत हो रही है। शनि चौथे भाव में रहेंगे यह एक कमजोर बिंदु है लेकिन गुरु के नक्षत्र में होने के कारण कुछ अच्छे परिणाम भी दे सकते हैं। अर्थात शनि कमजोर परिणाम देते हुए प्रतीत हो रहे हैं।
राहु पंचम भाव में कमजोर कहा जाएगा लेकिन गुरु के नक्षत्र में होने के कारण कुछ एक मामलों में अच्छे परिणाम भी दे सकता है। इसे भी हम कमजोर परिणाम देने वाला मान सकते हैं। केतु लाभ भाव में सूर्य के नक्षत्र में रहेंगे। अतः केतु आपको औसत से बेहतर परिणाम दे सकते हैं। इस तरह से हम पाते हैं कि मार्च 2025 का महीना आपको मिले-जुले से बेहतर परिणाम भी दे सकता है।
वित्त: मार्च मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, आर्थिक मामले की बात करें तो इस महीने आपके लाभ भाव के स्वामी बुध ग्रह की स्थिति कमजोर है। हालांकि बुध लाभ भाव का स्वामी होकर लाभ भाव को देख रहा है; यह अनुकूल स्थिति है। ऐसे में बुध आपको लाभ दिलाने की कोशिश करेगा लेकिन स्वयं कमजोर होने के कारण पर्याप्त मात्रा में लाभ मिलने में संदेह है। अर्थात आप जिस लेवल का काम करेंगे, जिस लेवल की मेहनत करेंगे; उस लेवल का लाभ शायद आपको न मिल पाए। हालांकि लाभ भाव में स्थित केतू आपकी मदद करना चाहेगा, साथ ही साथ बृहस्पति की पंचम दृष्टि भी लाभ दिलाने का प्रयास करेगी लेकिन लाभेश की कमजोरी के चलते आपको औसत से थोड़े से बेहतर लाभ मिल सकते हैं।
यानी कि आप जिस लेवल का काम कर रहे हैं उस लेवल से कुछ कम परिणाम मिल सकते हैं। धन स्थान के स्वामी बृहस्पति की स्थिति इस महीने काफी अच्छी है। बृहस्पति धन के कारक ग्रह भी होते हैं। ऐसे में बृहस्पति की अनुकूल स्थिति आपको बचत करने में भी मदद करेगी। यानी कि आप अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा बचाने में भी सफल रहेंगे। साथ ही साथ पहले बचाए गए धन की सुरक्षा भी कर सकेंगे।
जैसा कि सभी जानते हैं कि कई बार ऐसी परिस्थितियों उत्पन्न होती है कि संचित धन भी खर्च हो जाता है लेकिन इस महीने बृहस्पति धन बचाने में तथा बचाए हुए धन को सुरक्षित रखने में अच्छी मदद करेगा। यद्यपि मंगल की दृष्टि कभी कभार कुछ खर्च करवाने का काम कर सकती है लेकिन ज्यादातर परिणाम आपके फेवर में ही रहने चाहिए। इस तरह से इस महीने यानी कि मार्च 2025 में आप आर्थिक मामले में औसत परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। लाभ के मामले में महीना कुछ कमजोर तो वहीं बचत व संचित धन के मामले में महीना अनुकूल रहेगा।
पारिवारिक: मार्च मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, पारिवारिक मामलों में मार्च के महीने में सामान्य तौर पर आपको अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। आपके दूसरे भाव का स्वामी बृहस्पति सप्तम भाव में गोचर कर रहा है। यह अपने आप में एक अनुकूल गोचर है, ऊपर से बृहस्पति इस महीने चंद्रमा के नक्षत्र में रहेगा। फलस्वरूप परिजनों के साथ आपका भावनात्मक लगाव और मजबूत हो सकता है। यदि किसी परिजन का किसी के साथ विशेषकर आपके साथ कोई मतभेद रहा है तो उस मतभेद को मिटाने के लिए यह महीना काफी मददगार सिद्ध हो सकता है।
हालांकि मंगल की दृष्टि इस महीने भी दूसरे भाव पर रहेगी, जो कभी-कभार कुछ अरगुमेंट या नाराजगी जैसा माहौल दे सकती है लेकिन अनुकूल बात यह रहेगी कि अगर ऐसी स्थिति आएगी तो आप थोड़ी सी कोशिश करके भी इस तरह की नकारात्मकता को शांत कर सकेंगे। भाई बंधुओं के साथ इस महीने संबंध सामान्य तौर पर अनुकूल रहने के योग बन रहे हैं। घर गृहस्थी से जुड़े मामलों की बात की जाए तो इस मामले में ग्रहों की स्थितियां प्रत्यक्ष रूप से अनुकूल नजर नहीं आ रही है।
चौथे भाव में शनि की स्थिति और महीने के पहले भाग में शनि और सूर्य की युति के माहौल को डिस्टर्ब करने का काम कर सकती है लेकिन इन सबके बीच अनुकूल बात यह रहेगी कि शनि ग्रह चतुर्थ भाव का स्वामी होकर चतुर्थ भाव में रहते हुए बृहस्पति के नक्षत्र में विचरण करेगा, जो इस बात का संकेत है कि घर गृहस्ती से संबंधित मामलों में यदि आपने सही निर्णय लेकर सही ढंग से व्यवस्थापन करने का प्रयास किया तो चीजें और हालात व्यवस्थित रह सकेंगे। अर्थात परेशानियों के योग तो हैं लेकिन इस महीने आपके ज्ञानचक्षु और अनुभव परेशानियों को दूर करने में सहयोगी भी बन सकेंगे।