स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अक्टूबर का महीना आपको मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। महीने के पहले हिस्से में प्रथम भाव में स्थित बृहस्पति स्वास्थ्य के मामले में न तो आपका पूरी तरीके से समर्थन करेगा और न ही विरोध करेगा। ऐसी स्थिति में मामला पूरी तरह से आपके लग्न या राशि के स्वामी बुध के हाथ में होगा जो कि 3 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक कमजोर स्थिति में रहेगा। ऐसी स्थिति में अनुचित खानपान से बचना जरूरी रहेगा। हालांकि, महीने के दूसरे हिस्से में बृहस्पति आपके खान-पान को संतुलित करवाने में मदद करेंगे अर्थात शुरुआती दिनों में आपका खान-पान थोड़ा बहुत असंतुलित रह सकता है जिसका कुछ नकारात्मक प्रभाव आपके स्वास्थ्य में देखने को मिल सकता है।
लेकिन, महीने के दूसरे हिस्से में आप अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखकर अपने स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखेंगे। आरोग्यता के कारक ग्रह सूर्य का सहयोग इस महीने आपको नहीं मिल पाएगा इसलिए सिर्फ और सिर्फ बृहस्पति और बुध ग्रह का प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर रहेगा। इन दोनों ग्रहों की स्थिति आपको औसत परिणाम देती हुई प्रतीत हो रही है इसलिए इस महीने संतुलित दिनचर्या अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य को मेंटेन रख सकेंगे।
कैरियर: आपके करियर भाव का स्वामी इस महीने प्रथम भाव में अपने ही नक्षत्र में रहेगा। महीने के पहले हिस्से में गुरु कमजोर और बाद में अनुकूल स्थिति में रहेंगे। अत: इस महीने आप कार्यक्षेत्र में अच्छा कर सकेंगे। यद्यपि बीच-बीच में कुछ कंफ्यूजन या अनिर्णय वाली स्थितियां देखने को मिल सकती हैं, लेकिन शुभचिंतक वरिष्ठ सहकर्मियों से मार्गदर्शन लेकर आप अपने कार्यक्षेत्र में अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। वक्री शनि की दशम भाव में उपस्थित और शनि का अपने ही नक्षत्र में होना इस बात का संकेत है कि कामों के संपन्न होने की गति धीमी रह सकती है। बीच-बीच में कामों में कुछ कठिनाइयां भी आ सकती हैं। ऐसी स्थिति में धैर्यपूर्वक काम करने की बहुत जरूरत होगी। साथ ही, किसी भी काम को करने के लिए थोड़ा सा एक्स्ट्रा टाइम लेकर चलना समझदारी का काम होगा। यदि आपका काम इस प्रकार का है जहां आपको किसी से एक निश्चित तारीख तक कुछ देने या कोई काम कंप्लीट कर देने का वादा करना पड़ता है, तो ऐसी स्थिति में कोशिश करें कि एक-दो दिन एक्स्ट्रा समय लेकर वादा करें जिससे आप अपने वादे पर खरे उतर सकें।
वहीं, नौकरीपेशा लोगों को भी कुछ सावधानियां बरतनी होगी। छठे भाव का स्वामी मंगल पंचम भाव में रहेगा और ऐसे में सहकर्मियों के साथ किसी बात पर कुछ नाराजगी संभावित है। हालांकि, जल्दबाजी से काम न लेकर धैर्यपूर्वक निर्णय लेने से स्थितियां नहीं बिगड़ेंगी क्योंकि महीने के पहले हिस्से में बृहस्पति पंचम दृष्टि से पंचम भाव को देख रहे होंगे जो आपको इस बात का अंतर्ज्ञान दे सकते हैं कि यह व्यक्ति पहले आपके लिए अच्छा था।
यदि इस समय उससे कुछ गलतियां हो रही हैं या वह आपके साथ ठीक से बर्ताव नहीं कर रहा है, तो शायद वह किसी कारण से परेशान होगा इसलिए उसके द्वारा ऐसा किया जा रहा है। आज नहीं तो कल यह व्यक्ति फिर से पहले के जैसा अनुकूल व्यवहार आपके साथ करेगा, ऐसा सोचते हुए विवादों से दूर रहेंगे तो नौकरी में सब कुछ अच्छा चलता रहेगा। इसके विपरीत, विवाद कर लेने की स्थिति में ज्यादातर नकारात्मक विचार आपके दिमाग में रहेंगे और आप अपने टारगेट को अचीव करने में पीछे रह सकते हैं। ऐसे में, इस तरह की परिस्थितियों पर विचार करके काम करेंगे, तो संतोषप्रद परिणाम मिल सकेंगे।
प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: प्रेम जीवन की बात करें तो, इस महीने आपके पंचम भाव के स्वामी शुक्र 9 अक्टूबर तक आपके तीसरे भाव में रहेंगे जो आपस में बातचीत करने के अच्छे मौके दे सकते हैं। साथ में. घूमना-फिरना या मनोरंजन भी संभव रहेगा, लेकिन 9 अक्टूबर के बाद शुक्र ग्रह चतुर्थ भाव में चले जाएंगे। भले ही चतुर्थ भाव में शुक्र के गोचर को अच्छा माना गया है, परंतु यहां शुक्र ग्रह नीच के रहेंगे जो अनुकूल स्थिति नहीं मानी गई है। अक्टूबर मासिक राशिफल 2025 कहता है कि इस बीच में भले ही कोई बड़ी समस्या न आए, लेकिन आपस में वाद-विवाद बढ़ सकते हैं। एक-दूसरे पर संदेह करने का सिलसिला भी शुरू हो सकता है। बेहतर होगा इस समय कम से कम मिला जाए या कम से कम बातचीत की जाए। साथ ही, मर्यादा का पूर्ण रूप से पालन करें क्योंकि आपके लिए शुक्र पंचम भाव के स्वामी है और प्रेम के कारक भी हैं। अतः शुक्र का शुरुआती समय में अच्छा सहयोग मिल रहा है, लेकिन 9 अक्टूबर के बाद परिणाम औसत रह सकते हैं। कुल मिलाकर, प्रेम संबंधों के लिए महीना औसत या औसत से थोड़ा बेहतर रह सकता है।
विवाह की बात को आगे बढ़ाने के लिए 9 अक्टूबर से पहले का समय ज्यादा अच्छा कहा जाएगा। इसके बाद का समय विवाह की बातों और सगाई इत्यादि के लिए तुलनात्मक रूप से कमजोर रहेगा। वहीं, दांपत्य जीवन में यह महीना मिले-जुले परिणाम दे सकता है। एक ओर जहां सप्तमेश का सप्तम भाव को देखना अच्छा माना जाएगा। वहीं, शनि की दशम दृष्टि सप्तम भाव पर होना कमजोर बिंदु है। दोनों को मिलाकर देखा जाए तो परिणाम मिले-जुले या औसत रह सकते हैं। यदि आप समझदारी और विवेक का प्रयोग करेंगे, तो आप अपने दांपत्य जीवन को इंजॉय कर सकेंगे। वहीं, जिद करने की स्थिति में या गंभीरता से काम न लेने की स्थिति में परिणाम कमजोर भी रह सकते हैं।
सलाह: नीम के पेड़ की जड़ों पर नियमित रूप से जल चढ़ाएं।
जरूरतमंद लोगों को अपने सामर्थ्य के अनुसार भोजन करवाएं।
कन्या को भोजन करवाकर उनका आशीर्वाद लें।
सामान्य: मिथुन मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना सामान्य तौर पर आपको मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। कभी-कभी परिणाम औसत से कमजोर भी हो सकते हैं। सूर्य का गोचर इस महीने की 17 तारीख तक आपकी चौथे भाव में रहेगा जिसे अनुकूल नहीं माना जाएगा। वहीं, 17 अक्टूबर के बाद सूर्य नीच अवस्था में आपके पंचम भाव में रहेंगे, यह भी अनुकूल स्थिति नहीं है। सूर्य ग्रह इस महीने आपको अनुकूल परिणाम देने में असमर्थ रह सकता है। मंगल ग्रह का गोचर 27 अक्टूबर तक आपके पंचम भाव में रहेगा जो कमजोर स्थिति मानी जाएगी। वहीं, मंगल 27 अक्टूबर से लेकर बाकी के समय में छठे भाव में रहेगा जिसे सामान्य तौर पर अच्छे और अनुकूल परिणाम देने वाला कहा जाएगा। ऐसे में, इस महीने के अधिकांश समय मंगल ग्रह आपको कमजोर परिणाम दे सकते हैं।
बुध ग्रह का गोचर 3 अक्टूबर तक चौथे भाव में और उसके बाद 3 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक आपके पंचम भाव में रहेगा। इसके पश्चात, बुध ग्रह आपके छठे भाव में रहेगा। महीने की शुरुआत और महीने के आखिर में बुध ग्रह आपको अच्छे परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। लेकिन 3 अक्टूबर से लेकर 24 अक्टूबर तक बुध ग्रह आपको अनुकूल परिणाम देने में असमर्थ रह सकता है। बृहस्पति का गोचर महीने के पहले हिस्से में आपके पहले भाव में रहेगा जबकि बाद में दूसरे भाव में होगा। अत: बृहस्पति आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। वहीं, शुक्र का गोचर 9 अक्टूबर तक आपके तीसरे भाव में जबकि बाद में चौथे भाव में रहेगा। हालांकि, चौथे भाव में शुक्र के गोचर को अच्छा माना गया है, लेकिन 9 अक्टूबर के बाद शुक्र ग्रह नीच के रहेंगे। ऐसे में, परिणाम औसत रह सकते हैं। कुल मिलाकर, शुक्र इस महीने मिले-जुले या औसत परिणाम दे सकते हैं।
शनि ग्रह का गोचर आपके दशम भाव में वक्री अवस्था में रहेगा जिसे सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं कहा जाएगा। वहीं, राहु का गोचर आपके भाग्य भाव में रहेगा और अनुकूल परिणाम देने में पीछे रहेगा जबकि केतु का गोचर तीसरे भाव में रहकर आपको अच्छे परिणाम देना चाहेगा। सामान्य शब्दों में कहें तो, अधिकांश ग्रह या तो अनुकूलता देने में असमर्थ नजर आ रहे हैं या फिर औसत परिणाम दे सकते हैं। वहीं, कुछ ग्रह कमजोर परिणाम देते हुए भी प्रतीत हो रहे हैं। इस तरह, अक्टूबर 2025 का महीना आपको मिले-जुले या फिर औसत से कुछ कमजोर परिणाम दे सकता है। अतः इस महीने अधिकांश मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता होगी। यदि आप पुराने अनुभवों से सीखते हुए धैर्यपूर्वक काम करेंगे तो बृहस्पति आपकी मदद कर सकते हैं और आप सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।
वित्त: आर्थिक मामले की बात करें, तो इस महीने आपके लाभ भाव के स्वामी मंगल की स्थिति बहुत अच्छी नहीं रहेगी। 27 अक्टूबर तक मंगल पंचम भाव में रहेंगे, लेकिन लाभ भाव को देखेंगे। ऐसी स्थिति में आपके जो भी काम पूरे होंगे, किसी न किसी तरह से उन कामों के पूरे परिणाम आपको मिल जाएंगे। भले ही परिणामों को प्राप्त करने के लिए आपको अधिक मेहनत करनी पड़े या कुछ मामलों में किसी से विवाद भी करना पड़े लेकिन अंत में परिणाम मिल जाएंगे। वहीं, धन के कारक बृहस्पति से आपको थोड़ा बहुत सहयोग मिल रहा है। ये सारी स्थितियां इस बात का संकेत कर रही हैं कि कमाई के लिए महीना औसत या औसत से कुछ हद तक बेहतर रहेगा।
27 अक्टूबर के बाद परिणाम अच्छे रहेंगे, लेकिन ये सिर्फ कुछ दिनों का मामला है इसलिए कुल मिलाकर, यह महीने औसत परिणाम देने वाला रहेगा। वहीं, बचत के मामले में कोई बड़ी समस्या प्रतीत नहीं हो रही है अर्थात कोशिश करके आप अच्छी बचत कर सकेंगे। साथ ही, बचे हुए धन को सुरक्षित भी रख सकेंगे। विशेषकर महीने के दूसरे हिस्से में जब बृहस्पति का आशीर्वाद आपके धन भाव को पूर्ण रूपेण मिलेगा, उस समय बचत की अच्छी संभावनाएं देखी जा सकेंगी। कमाई के लिए महीना औसत परिणाम दे सकता है, लेकिन बचत के लिए अच्छे परिणाम दे सकता है। विशेषकर महीने का दूसरा हिस्सा बचत करने में अच्छी मदद कर सकता है।
पारिवारिक: पारिवारिक जीवन में अक्टूबर का महीना आपको अनुकूल परिणाम दे सकता है। चतुर्थ भाव पर सकारात्मक या नकारात्मक किसी भी तरीके का प्रभाव इस महीने नजर नहीं आ रहा है। अत: पुरानी स्थितियां बरकरार रह सकती हैं अर्थात नए सिरे से कोई विवाद नहीं होगा, लेकिन प्रयास करके आप पुरानी समस्याओं को दूर भी कर सकेंगे। दूसरे भाव के स्वामी चंद्रमा द्वारा बुध का समर्थन करने की वजह से आप संतुलित परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। दूसरे भाव का कारक बृहस्पति भी अपने नक्षत्र में रहेगा जो यथासंभव आपको अच्छा ज्ञान देकर संबंधों को सुधारने में मदद करेगा। इस तरह से हम उम्मीद करते हैं कि पारिवारिक मामलों में इस महीने आप अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। भाई-बंधुओं के साथ संबंध कमजोर न होने पाएं, इसका आपको प्रयास करना होगा। विशेषकर महीने के दूसरे हिस्से में जब आपके तीसरे भाव का स्वामी सूर्य नीच का रहेगा। अतः भाई-बंधुओं या ऐसे करीबी मित्र जिनसे भाई की तरह रिश्ता है, वह आपसे नाराज न होने पाएं, इस बात के प्रति जागरूक रहना होगा। उनकी किसी गतिविधि पर टिप्पणी करना भी उचित नहीं रहेगा। ऐसा करने की स्थिति में रिश्ते मेंटेन रह सकेंगे।
घर-गृहस्थी से जुड़े मामलों में भी इस महीने सावधानीपूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। चतुर्थ भाव का स्वामी इस महीने औसत परिणाम ही दे सकेगा। लेकिन, महीने के पहले हिस्से में चतुर्थ भाव में सूर्य और शनि का संयुक्त प्रभाव रहेगा जो घर की चीजों को खराब कर सकता है या किसी भी कारण से आप घर-गृहस्थी को लेकर चिंतित रह सकते हैं। महीने के दूसरे हिस्से में चतुर्थ भाव तुलनात्मक रूप से बेहतर स्थिति में रहेगा। इसके फलस्वरूप, परिस्थितियां भी कुछ बेहतर होंगी। ऐसे में, हम कह सकते हैं कि यद्यपि पूरा महीना ही गृहस्थ जीवन के लिए थोड़ा कमजोर रहेगा, लेकिन महीने का दूसरा हिस्सा थोड़े बेहतर परिणाम दे सकता है।