स्वास्थ्य: फरवरी मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से कमजोर रहने की संभावना है। राशि स्वामी सूर्य महीने की शुरुआत में छठे भाव में बुध के साथ उपस्थित होंगे। बुध भी द्वितीय और एकादश भाव है जिससे स्वास्थ्य समस्याओं में इजाफा हो सकता है। हालांकि महीने के उत्तरार्ध में सूर्य और बुध सप्तम भाव में जाएंगे तब इन स्थितियों में कमी आएगी और स्वास्थ्य में कुछ सुधार आएगा। मंगल एकादश भाव में बैठकर अष्टम दृष्टि से छठे भाव को देखेंगे जो आपकी समस्याओं को कम करने में मदद करेंगे और आपकी स्वास्थ्य समस्याओं को निरंतर प्रयास से काम करने में मंगल की कृपा आपको प्राप्त होगी लेकिन अन्य ग्रहों के कारण स्वास्थ्य समस्याओं में इजाफा हो सकता है। आठवें भाव में भी शुक्र और राहु उपस्थित रहेंगे जो अव्यवस्थित खानपान और अव्यवस्थित दिनचर्या के कारण स्वास्थ्य समस्याएं प्रदान करते रहेंगे इसलिए आपको इस महीने अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा।
कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से यह महीना उतार-चढ़ाव के बावजूद आपको कुछ लाभ प्रदान कर सकता है। महीने की शुरुआत में दशम भाव के स्वामी शुक्र महाराज राहु के साथ अष्टम भाव में होंगे और दशम भाव में देवगुरु बृहस्पति उपस्थित होंगे जिससे कार्यक्षेत्र में उतार चढ़ाव की स्थिति रहेगी। आप अपने काम को बेहतर करने की कोशिश तो करेंगे लेकिन इधर-उधर के अनर्गल प्रलाप में आपको परेशानी उठानी पड़ सकती है क्योंकि आपका ध्यान काम से हट जाएगा और उसमें समस्या हो सकती है। छठे भाव में सूर्य और बुध महीने की शुरुआत में रहेंगे और उसके बाद महीने के उत्तरार्ध में वह सप्तम भाव में आ जाएंगे जहां पर पहले से ही शनिदेव विराजमान हैं। यह परिस्थितियों कार्यक्षेत्र में कुछ लोगों को पदोन्नति प्रदान कर सकती है तो कुछ लोगों को पद्च्युति दे सकती है क्योंकि शनि और सूर्य का यहां होना अभियान को नष्ट करने वाला होगा। ऐसे में यदि आप अपने काम पर ध्यान नहीं देंगे तो समस्या हो सकती है। व्यापार करने वाले जातकों को दीर्घकालीन योजनाएं बनाने से लाभ हो सकता है। विदेशी माध्यमों का लाभ लेकर भी आप अपने व्यापार को गति दे सकते हैं लेकिन अभी जैसा चल रहा है ऐसा चलने दें। कोई बड़ा निर्णय लेने से बचें।
प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: यदि आपका प्रेम संबंधों की बात की जाए तो मंगल महाराज की दृष्टि पंचम भाव पर बनी रहेगी और पंचम भाव के स्वामी गुरु महाराज आपके दशम भाव में रहेंगे जिससे प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। बीच में कुछ कहासुनी भी होगी। आपके प्रियतम भी किसी किसी बात पर गुस्सा दिखा सकते हैं जो आपको नागवार गुजरेगा फिर भी आप अपने रिश्ते को संभालने की कोशिश करेंगे और बहुत हद तक उसमें कामयाब भी रहेंगे। इससे आपका प्रेम संबंध विधिवत रूप से चलता रहेगा। आपको अपनी रिश्ते को संभालने के लिए उनके साथ भी कुछ समय ज्यादा बिताना चाहिए। विवाहित जातकों की बात करें तो सप्तम भाव के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने सप्तम भाव में बने रहेंगे जिससे वैवाहिक संबंधों के लिए अच्छा समय तो रहेगा और आपस में जिम्मेदारियां का निर्वहन अच्छे से होगा, एक दूसरे पर भरोसा जताएंगे, रिश्ते में सच्चाई रखेंगे लेकिन सप्तम भाव के दोनों और ग्रहों का जमावड़ा होने के कारण आप और आपके जीवनसाथी के बीच बार-बार झगड़ा की स्थिति बन सकती है। ससुराल में भी कुछ समस्या हो सकती है जिसका असर आपके रिश्ते को बिगाड़ सकता है इसलिए आपको सावधानी रखनी चाहिए।
सलाह: अपनी राशि स्वामी सूर्य देव के बीज मंत्र का जाप करना आपके लिए लाभदायक रहेगा।
शुक्रवार के दिन छोटी कन्याओं को कुछ सफेद खाने की वस्तु भेंट करें।
बुधवार के दिन गौ माता को हरा चारा अथवा हरा पालक खिलाएं।
गुरुवार के दिन भगवान श्री हरि विष्णु को पीला चंदन अर्पित करते हुए पूजा अर्चना करें।
सामान्य: फरवरी मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना आपके लिए रहने की संभावना है। महीने की शुरुआत में राहु और शुक्र अष्टम भाव में और सूर्य, बुध छठे भाव में तथा केतु दूसरे भाव में और शनि दशम भाव में होने के कारण स्वास्थ्य समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। आपको बहुत ज्यादा ध्यान देना होगा। अपने खान-पान की आदतों में सुधार करना होगा नहीं तो आप परेशान हो सकते हैं। वैवाहिक संबंधों के लिए भी यह समय उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। हालांकि प्रेम संबंधों में अगर आप थोड़ी सी सावधानी बरतते हैं तो स्थितियां ठीक हो सकती हैं फिर भी आपको अपने प्रियतम के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है। आपकी आमदनी अच्छी रहेगी लेकिन उस आमदनी को किसी गलत जगह निवेश करने से नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। व्यापार के लिए दीर्घसूत्री योजनाएं बनाना आपके लिए कारगर साबित होगा जबकि नौकरी करने वाले जातकों को अपने काम पर भरोसा रखते हुए अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रयासरत रहना होगा तभी आप कार्यक्षेत्र में बेहतर कर पाएंगे। आप जब भी किसी से बातचीत करें थोड़ी सावधानी रखें। दूसरे भाव में केतु की उपस्थिति शब्दों के द्वारा सामने वाले को आपकी बात का गलत मतलब निकालने से आपके संबंध बिगड़ सकते हैं।
वित्त: यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो महीने के शुरुआत इस महीने उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहने की संभावना है। दूसरे भाव में उपस्थित केतु महाराज आपके धन को संचित होने में समस्या उत्पन्न करेंगे और बार-बार आपके सामने खर्च लेकर आएंगे। दूसरे भाव के स्वामी बुध महाराज महीने के पूर्वार्ध में छठे भाव में रहेंगे और खर्चों में बढ़ोतरी करने में मुख्य भूमिका निभाएंगे। एकादश भाव के स्वामी भी छठे भाव में रहने के कारण खर्च महीने की शुरुआत में काफी ज्यादा हो सकते हैं। हालांकि महीने के उत्तरार्ध में सूर्य और बुध दोनों सप्तम भाव में आ जाएंगे जिससे खर्चों पर कुछ हद तक लगाम लगेगी लेकिन राहु और शुक्र के भी अष्टम भाव में बने रहने के कारण बेवजह के खर्चे बढ़ेंगे जिससे आपको समस्या हो सकती है। आपको इस दौरान किसी भी तरह का निवेश करने से बचना चाहिए। हालांकि आपके लिए अच्छी बात यह है कि देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि दूसरे भाव पर होने से धन संचय करने में भी कुछ हद तक आप सफल हो पाएंगे और एकादश भाव में मंगल की उपस्थिति आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी। धन प्राप्ति के योग बनेंगे और संपत्ति खरीदने में भी मदद मिल सकती है। इसके अतिरिक्त पूर्वजों की संपत्ति से भी धन प्राप्त हो सकता है।
पारिवारिक: फरवरी मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना पारिवारिक तौर पर अनुकूल रहने की संभावना है। देवगुरु बृहस्पति दशम भाव में बैठकर आपके दूसरे भाव और चौथे भाव पर पूर्ण दृष्टि डालेंगे जिससे पारिवारिक जीवन में सामंजस्य बना रहेगा। परिवार के लोगों के प्रति आदर की भावना बढ़ेगी और आपस में प्रेम भाव बढ़ेगा। हालांकि दूसरे भाव में केतु की पूरे माह उपस्थित रहने के कारण और उस पर एकादश भाव में बैठे मंगल की दृष्टि होने के कारण कुटुंब के लोगों में संपत्ति अथवा किसी अन्य मुद्दे को लेकर कहासुनी या झड़प होने की संभावना भी बनी रहेगी लेकिन चौथे भाव के स्वामी मंगल के एकादश भाव में होने के कारण परिवार की आमदनी में बढ़ोतरी होगी। संपत्ति में इजाफा होने के योग भी बन सकते हैं। तीसरे भाव के स्वामी शुक्र महाराज महीने की शुरुआत में राहु के साथ अष्टम भाव में रहेंगे जिससे आपके भाई-बहनों को कुछ शारीरिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं। ऐसी स्थिति में आपको उनकी मदद करने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि यह आपका नैतिक दायित्व भी बनता है। दूसरे भाव में केतु आपको द्विअर्थी संवाद करने में माहिर बनाएगा। ऐसे में किसी को आपकी बात बुरी भी लग सकती है इसलिए आपको सावधानी रखते हुए ही किसी से बातचीत करनी चाहिए जिससे आपके संबंध खराब न हों।