कन्या राशि के लोग आकर्षक व्यक्तित्व के धनी होते हैं। साथ ही वे अपने काम में बड़े ही निपुण होते हैं। यह तो आपकी राशि की विशेषता हो गई। आइए अब जानते हैं कि आने वाला नया साल क्या कुछ ख़ास लेकर आ रहा आपके लिए?
आपने अक्सर सुना कि फलां आदमी के ग्रहों की दशा आजकल ठीक-ठाक नहीं चल रही हैं। आपने बिल्कुल सही सुना है, क्योंकि ग्रहों की दशा बदलने से मनुष्य का भी जीवन काफ़ी हद तक प्रभावित होता है। इसलिए भविष्यफल जानने से पहले ग्रहों की चाल पर एक नज़र डालना बेहद ही ज़रूरी है। ग्रहों की बात करें तो वर्ष की शुरूआत शनि के वृश्चिक में और गुरु के सिंह में प्रवेश करने के साथ हो रही है। राहु और केतु अपनी वर्तमान स्थान पर रहने के पश्चात् यानी 31 जनवरी के बाद राहु सिंह में तथा केतु कुम्भ में प्रवेश कर जाएंगे। ग्रहों की चाल की भी बात हमने कर ली, अब आइए देखते हैं कि कुल मिलाकर यह साल कैसा रहेगा आपके लिए?
इस वर्ष जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते उतने मधुर नहीं रहेंगे, जितना कि होना चाहिए। परिवार के सदस्यों के साथ आप किसी बात को लेकर ख़फ़ा रह सकते हैं। इसके पीछे का कारण काम का दबाव, समझदारी की कमी और आपसी सामंजस्य की कमी हो सकती है। माता-पिता के साथ ताल-मेल अच्छे रहेंगे, लेकिन वैचारिक मतभेद होने की संभावना है। भाई और मामा के साथ झगड़ा हो सकता है। हालाँकि 11 अगस्त के बाद रिश्तों में सुधार होने की संभावना है।
11 अगस्त तक आपकी सेहत कुछ ठीक नहीं रहने वाली है। शारीरिक के साथ-साथ कुछ मानसिक परेशानी भी हो सकती है। गला, पाचन तंत्र, मुँह और आँत से संबंधित बीमारी होने का डर है। इस साल आपको स्वास्थ्य को लेकर ज़्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है। नियमित रुप से व्यायाम और अंकुरित अनाज़ का सेवन करना आपके लिए फ़ायदेंमंद साबित होगा। कोई पुरानी बीमारी आपकी माता जी को फिर से परेशान कर सकती है। इसलिए माता जी की सेहत की उचित देखभाल करें।
इस साल का अधिकतर समय आपके अनुकूल नहीं है। नुकसान होने की संभावना है। गुरु को धन का कारक माना गया है, लेकिन इस समय यह आपके बारहवें भाव में प्रवेश कर रहा है, जो आपके लिए कुछ आर्थिक परेशानी खड़ी कर सकता है। कुछ अपने ही लोग आपके साथ धोखा-धड़ी कर सकते हैं, इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की ज़रूरत है। जमापूंजी और लेन-देन के मामले में किसी प्रकार की कोताही न करें। संभव हो तो लिखित रूप मेेेें ही लेन-देन करें। कोई बड़ा-बुज़ुर्ग आदमी आपके साथ ठगी कर सकता है। किसी प्रकार का कर्ज़ लेने से परहेज़ करें।
नौकरी के मामले में आपके लिए शुभ समाचार है, क्योंकि आपका बारहवाँ घर सभी ग्रहों की दृष्टि से मुक्त है। मीडिया में काम करने वालों लोगों के लिए बेहतर समय है। सफलता मिलने की प्रबल संभावना है। वर्ष की शुरूआत से ही आपकी सफलता का प्रारंभ हो जाएगा, लेेकिन अगस्त के बाद सफल होने के और भी बेहतर मौक़े मिलेंगे। आपको अपने कार्यों में नाम और शोहरत मिलेगी। कुछ ही समय बाद आपके सहकर्मी आपकी मदद करने के लिए आगे आ जाएंगे, जो आपकी सफलता के साक्षी बनेंगे।
यदि आप व्यवसायी हैं तो समय आपके अनुकूल है। पूरे साल कारोबार में आपको लाभ होने वाला है, लेकिन अगस्त के बाद और भी बेहतर लाभ मिलने के आसार हैं। यदि गुरू की महादशा चल रही है तो संयम ले काम लें। बड़ें निवेश करने से परहेज़ करें। शुरूआत से ही पैसे बचाने का प्रयास करें, अगस्त के बाद स्वतः ही निवेश के सभी रास्ते खुल जाएंगे। अगस्त के पहले साझा कारोबार न करें।
इस वर्ष आपके प्रेम-संबंध बेहतर रहने वाले हैं। बिगड़े हुए रिश्तों के बनने की संभावना है। यदि किसी के साथ रिश्ते निभाने की सोच रहें हैं तो इसके लिए समय गवाही देने के लिए तैयार है। जो लोग पहले से ही किसी के साथ रिश्ते निभा रहे हैं, उनको भी अपने रिश्तों में आनंद की अनुभूति होगी। अपने रिश्तों को लेकर सावधान रहें और पार्टनर के उपर किसी प्रकार का शक़ न करें।
पूरे साल आपकी सेक्स लाइफ़ शानदार रहने वाली है। पार्टनर के साथ सुखद पल बिताने में कामयाब रहेंगे। कभी-कभी गुप्तांगों में कुछ सामान्य सी दिक्क़तें हो सकती हैं। हालाँकि परेशान होने की कोई ज़रूरत नहींं है, इससे आपकी सेक्स लाइफ़ पर कोई ख़ास असर नहीं पड़ने वाला है। अपने से अधेड़ इंसान के साथ बेहतर शारीरिक सुख मिलने की संभावना है, लेकिन ऐसे क्रिया-कलापों से दूरी बनाना आपके लिए बेहतर होगा।
बड़ा निवेश करने और फ़िजूल में ख़र्च करने के लिए समय उचित नहीं है। ख़ासकर 16 फरवरी से 12 मार्च के बीच। ज़्यादा से ज़्यादा धन संचय करने की कोशिश करें, भविष्य में यह आपके बहुत ही काम आने वाला है। इस अवधि में महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें। जब चंद्रमा सिंह, कुम्भ और मेष में प्रवेश करे, उस समय गुस्सा न करें और संयम से काम लें तथा यात्रा करने से भी परहेज़ करें।
यदि शनि की दशा या महादशा चल रही है तो आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करें। पवित्र जल से भगवान सूर्य को अर्घ्य देना भी ऐसे समय में कारगर होगा। यदि शुक्र की महादशा चल रही है तो कनकधारा स्त्रोत का पाठ कर सकते हैं। वहीं गुरु की महादशा की अवधि में गुरुवार के दिन उपवास करना और दान करना फ़ायदेंमंद हो सकता है।