कर्क राशि के जातक अपनी मज़बूत इरादों के लिए जाने जाते हैं। यहाँ हम आपकी राशि के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और नए साल की भविष्यवाणियों से भी आपको अवगत कराएंगे। आइए जानते हैं कि नए साल में सितारों का क्या कहना है आपकी राशि के बारे में?
वर्ष की शुरूआत में ही शनि वृश्चिक में और गुरू सिंह में प्रवेश कर रहा है। राहु और केतु 31 जनवरी तक अपनी वर्तमान अवस्था में रहेंगे, तत्पश्चात् राहु सिंह में तथा केतु कुम्भ में प्रवेश कर जाएंगे। ग्रह आपकी ज़िन्दगी को कैसे प्रभावित करते हैं? ऐसे कौन-कौन से दिन हैं जिस दिन आपको एहतियात बरतने की आवश्यकता है। चलिए वैदिक ज्योतिष पर आधारित राशिफल के ज़रिए जानते हैं इन सवालों के सटीक जवाब।
ऐसा कहा जाता है कि शनि चंद्रमा का शत्रु है। और यह सच भी है, जिसके कारण कर्क राशि के जातकों को दाम्पत्य जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस वर्ष आपको कुछ दिक्क़तों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इसके पीछे आपके पार्टनर का हाथ नहीं होगा, बल्कि परिवार के किसी अन्य सदस्य के कारण विवाद उत्पन्न होगा। अगस्त के बाद परिवार का माहौल बेहतर होगा। प्रियतम के साथ संबंध अच्छे हो जाएंगे और स्थितियाँ पहले से बेहतर हो जाएंगी।
पूरे वर्ष आपकी सेहत ठीक-ठाक रहने वाली है। गैस, अपच, आँख, घुटनों और नसों से संबंधित परेशानियाँ हो सकती है। हालाँकि ज़्यादा दवा लेने से परहेज़ करेेें, अति आवश्यक होने पर आयुर्वेदिक दवा का सेवन कर सकते हैं। गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच नीम पाउडर लेना कारगर हो सकता है। यह आपको कई सारी बीमारियों से बचा सकता है।
गुरु अपने आगे वाले घर में प्रवेश कर रहा है और राहु अपनी वर्तमान अवस्था यानी धन भाव में ही रहने वाला है। इसलिए आपको अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। किसी के उपर ज़्यादा विश्वास न करें, क्योंकि कुछ लोग आपके विरूद्ध षड्यंत्र रच सकते हैं। अपने क्रिया-कलापों पर ध्यान दें और बेकार में पैसे ख़र्च करने से बचें।
इस वर्ष आप ऐसा महसूस करेंगे की आप सबसे ऊँचे पायदान पर हैं। यह साल वास्तव में आपके लिए रोमांचक और शानदार रहेगा। आपके छठे भाव के स्वामी की दृष्टि छठे भाव के साथ-साथ दसवें भाव पर भी है। हालाँकि राहु के साथ युति होने पर कुछ परेशानियाँ हो सकती है, लेकिन हताश होने की कोई ज़रूरत नहीं है, क्योंकि इस युति का कोई ख़ास प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। सहकर्मियों के साथ कुछ तर्क-वितर्क हो सकता है। यह साल नौकरी बदलने और पदोन्नती के लिए बेहतर है। इसलिए चिंता न करें और सुकून से ज़िन्दगी का आनंद लें।
यदि आप एक व्यापारी हैं, तो पूरी दुनिया आपकी ही है, ऐसा ही कुछ समझ लीजिए। इस साल आपको काफ़ी लाभ प्राप्त होने वाला है। नाम और दाम दोनों की प्राप्ति होगी। सफलता आपके कदमों को चूमेगी और आपका प्रदर्शन क़ाबिले तारीफ़ रहेगा। आप अपने विरोधियों को काफ़ी पीछे छोड़ जाएंगे। अहंकार का त्याग करें और क्रोध पर काबू रखें। गुरु की महादशा होने के कारण समय आपके साथ है। यह साल आपके लिए बेहतर सालों में से एक होगा।
प्रेम-संबंधों के लिहाज़ से यह साल आपके लिए बेहतर साबित होने वाला है। अपने से अधिक उम्र या अपने से भिन्न स्तर के किसी इंसान से प्यार होने की संभावना है। शनि के आठवें भाव में होने के कारण प्रेम-संबंधों में कुछ दरार आ सकता है। हालाँकि ज़्यादा चिंतित होने की कोई बात नहीं है, अपने स्तर पर कोई ग़लत कदम न उठाएँ। ज़िन्दगी में ख़ुशियाँ ख़ुद-ब-ख़ुद आएगी।
इस वर्ष आपके यौन सुखों में कमी हो सकती है। केतु आपके आठवें भाव में प्रवेश करने जा रहा है। गुप्त अंगों में कुछ दिक्क़तें हो सकती है। पुरुषों को जननांगों में तथा महिलाओं को मासिक धर्म से संबंधित परेशानियाँ हो सकती है। इस वर्ष भरपूर यौन सुख के प्राप्त होने की संभावना कम ही है। जीवनसाथी के अतिरिक्त किसी अन्य पार्टनर के प्रति आपका आकर्षण हो सकता है, लेकिन ऐसे क्रिया-कलापों से दूर ही रहें तो बेहतर होगा, क्योंकि यौन संबंधी रोगों के होने का ख़तरा है।
17 अप्रैल से 29 जून के बीच किसी प्रकार का निवेश करने से परहेज़ करें। अपने दोस्तों और सगे-संबंधियों से प्यार और आदर के साथ बात करें। 25 जुलाई से 6 सितंबर के बीच किसी प्रकार के तर्क-वितर्क करने से बचें। पूरे साल संयम से काम लेना होगा, विशेषकर जब चंद्रमा सिंह, धनु, कुम्भ और मिथुन में प्रवेश करें। त्वरित निर्णय लेने से परहेज़ करें।
जो लोग शनि की महादशा से गुजर रहें हैं उन्हें अवश्य ही रोज हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। यदि गुरु की महादशा चल रही हो तो गुरुवार के दिन उपवास करें। ब्राह्मण को वस्त्र और धन दान में देना भी आपको कई सारी बाधाओं से मुक्ति दिला सकता है। राहु या केतु की महादशा में दिन में तीन बार देवी कवच का पाठ करें।