मिथुन राशि के जातक सभी राशियों में सबसे ज़्यादा बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं। आप स्वभाव से मज़ाकिया भी होते हैं और मज़ाक-मस्ती करना पसंद करते हैं। क्या आप अपनी राशि के बारें में और विस्तार से जानना चाहते हैं, जैसे - नया साल आपके लिए कैसा रहने वाला है? आपकी आर्थिक स्थिति कैसी रहेगी? पारिवारिक स्थिति कैसी रहेगी? आइए वैदिक ज्योतिष पर आधारित राशिफल के ज़रिए जानते हैं इन सवालों के जवाब।
वर्ष की शुरूआत शनि के वृश्चिक और बृहस्पति के सिंह में प्रवेश करने के साथ हो रही है। 31 अगस्त तक अपनी वर्तमान राशि में रहने के बाद राहु सिंह में तथा केतु कुम्भ में प्रवेश करेंगे। इन भविष्यवाणियों के साथ हम चाहते हैं कि आपका नया साल बेहतर तरीके से गुजरे। इसके लिए हम तमाम विषयों पर चर्चा करेंगे जैसे - कौन-कौन सा दिन आपके लिए सबसे बेहतर होगा, आर्थिक स्थिति कैसी रहेगी, पारिवारिक स्थिति, नौकरी-व्यवसाय, प्रेम-संबंध इत्यादि। हम आशा करते हैं कि यह साल आपको ढेरों ख़ुशियाँ प्रदान करने वाला साबित होगा।
जीवनसाथी के साथ पूरे साल आपके रिश्ते बेहतर रहेंगे। आप दोनों के बीच कुछ सामान्य सा विवाद हो सकता है, लेकिन इससे आपके संबंधों पर कोई ख़ास असर नहीं पड़ने वाला है। अगस्त तक पार्टनर की बातों को तरज़ीह देना आपके बेहतर रिश्तों के लिए ज़रूरी है। माता के साथ ख़ुशियों से भरा पल व्यतीत होगा और उनका स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा। पिता जी और आपके बीच कुछ वैचारिक मतभेद हो सकता है। हालाँकि पिता जी को कारोबार में अच्छा मुनाफ़ा होगा और सफलता भी मिलेगी। जीवनसाथी के साथ आपके भाई-बहन या परिवार के किसी अन्य सदस्य का झगड़ा हो सकता है।
आपका स्वास्थ्य इस वर्ष आपको परेशान कर सकता है। शनि की दशा की स्थिति में आपको अतिरिक्त सावधानी बरतने की ज़रूरत है। स्वास्थ्य के प्रति सज़ग रहना आपके लिए बहुत ज़रूरी है। कंधा, जांघ, गुप्तांग और लिवर से संबंधित दिक्क़तें हो सकती हैं। आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्यायाम और सुपाच्य भोजन का सेवन कारगर होगा। साल के अंत तक पीठ-दर्द की भी शिकायत हो सकती है।
इस वर्ष आपकी वित्तीय स्थिति बक़ायदा ठीक-ठाक रहने वाली है। वैसे चिंता करने जैसी कोई बात नहीं है, कोई बड़ा नुकसान नहीं होने वाला है। कार्यस्थल पर अपनी मौज़ूदगी को लेकर सज़ग रहें तथा अधिक व्यय करने से परहेज़ करें। किसी प्रकार के ऋण लेने से भी पूरी तरह दूर रहें। लोन लेकर कोई कार्य शुरू न करें। जमापूंजी से ही नए कार्य का आरंभ करें तो उचित होगा।
नौकरी के मामले में यह साल आपके लिए अच्छा रहने वाला है, ख़ासकर अगस्त माह के बाद। इस अवधि में आपके कामों की तारीफ़ होगी। आपकी संगत के लोग आपकी वाक्-कला की प्रशंसा करेंगे। आपकी समझदारी और हाज़िरजवाबी के कारण लोग आपके साथ उठना-बैठना पसंद करेंगे। अपने क्रोध पर काबू रखें तथा आवेग में आकर किसी को बुरा-भला कहने से बचें। यदि आप मीडियाकर्मी हैं तो बेहतर लाभ मिलने वाला है। इंजीनियरिंग और टेक्निकल क्षेत्रों में कार्यरत लोगों के लिए भी साल अच्छा गुजरने वाला है। नए साल में चारों तरफ़ से आपको सफलता मिलेगी।
इस साल कारोबार में अच्छी सफलता मिलने वाली है और बेहतर लाभ भी होगा। ग़ैरपरंपरागत तरीकों से भी आपको लाभ प्राप्त होगा। विभिन्न प्रकार के स्रोतों से धन का आगमन होगा। जो लोग सूद-ब्याज़ पर पैसे देते हैं उनको भी ख़ासा मुनाफ़ा होने वाला है। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी सफलता मिलेगी। अधिवक्ता वर्ग के लिए भी यह साल बेहतर रहने वाला है।
शुक्र आपके पांचवें भाव का स्वामी है, जिसके कारण आप काफ़ी रोमांटिक नज़र आ रहे हैं। इस साल आपके पार्टनर के साथ आपका संबंध बेहद ही ख़ास रहने वाला है। आप दिमागी रूप से शांत और एकाग्रचित कम ही रहेंगे। हालाँकि इस पर आपको विचार करने की आवश्यकता है, तभी आपके संबंध बेहतर होंगे। वैसे प्रेम-संबंधों को लेकर ज़्यादा चिंता करने की कोई बात नहीं है, क्योंकि पूरे साल आपके संबंध बेहतर ही रहने वाले हैं।
इस साल आपकी सेक्स लाइफ़ बेहद ही ख़ास रहने वाली है। आप कल्पना से ज़्यादा सुख प्राप्त करेंगे। यौन सुखों की भरपूर प्राप्ति होगी। यौन सुख वर्तमान जीवनशैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और आपको इसमें कल्पना की बजाय वास्तविक सुखों की प्राप्ति भी होगी। हालाँकि दाम्पत्य जीवन को लेकर पूरे साल आपको सतर्कता बरतनी चाहिए।
ऐसे समय में कोई महत्वपूर्ण निर्णय न लें जब चंद्रमा वृश्चिक, वृषभ या मकर में प्रवेश करे। इस बात को 30 अप्रैल से 16 जुलाई और 24 अगस्त से 19 सितंबर तक विशेषकर ध्यान में रखें। ख़ुद को किसी भी प्रकार के झगड़ें से दूर रखें और अपने क्रोध पर काबू रखें, ख़ासकर जब सूर्य सिंह, वृश्चिक और कुम्भ के साथ बैठा हो।
सभी प्रकार के बाधाओं से बचने के लिए अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें। यदि शनि की महादशा चल रही है तो नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। उपरोक्त तारीख़ों में कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय न लें। यदि गुरु की महादशा या प्रत्यंतर दशा चल रही हो तो प्रत्येक गुरुवार गाय को आधा किलो चना खिलाएँ। गुरु के प्रभाव को कम करने के लिए पीला वस्त्र या वस्तु दान करें। यदि राहु या केतु की महादशा चल रही हो तो नियमित रूप से देवी कवच का पाठ करें। भैरव जी के मंदिर जाकर भी दान करना आपके लिए कारगर होगा। अन्य किसी ग्रह के प्रभाव से बचने के लिए विष्णु सहस्त्र नाम स्त्रोत का पाठ करें।